इजरायल और हमास के बीच कई दिनों से जारी जंग अब और भीषण हो चली है। इजरायल ने हमास के तमाम आतंकियों को मार गिराया है और संगठन की कमर तोड़ने में लगा हुआ है। इस बीच, गुरुवार को इजरायल को तब बड़ी सफलता मिली, जब उसने हवाई हमले में फिलिस्तीन में हमास के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के प्रमुख जेहाद म्हेसेन को मार गिराया।
इससे हमास को बड़ा झटका लगा है। रॉयटर्स ने हमास से संबद्ध समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि मेहेसेन को उसके परिवार के कई अन्य सदस्यों के साथ उसके घर पर मार गिराया गया।
फिलिस्तीन से संबंधित समाचार संगठन जेरूसलम न्यूज नेटवर्क ने बताया कि हमला गाजा के शेख राडवान के पास में किया गया था। संगठन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के कमांडर मेजर जनरल जेहाद म्हेसेन और उसके परिवार को शेख राडवान के पास घर पर बमबारी से मार दिया गया।” इजरायल और हमास के बीच युद्ध 13वें दिन में प्रवेश कर गया है। 10 लाख से अधिक फिलिस्तीनी विस्थापित कर चुके हैं। दोनों पक्षों के लगभग 5,000 लोग मारे गए हैं और हजारों घायल हुए हैं। इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुरोध के बाद गाजा में सीमित मानवीय सहायता की अनुमति दी जाएगी।
सात अक्टूबर को, हमास के आतंकवादियों ने मोटर ग्लाइडर, नावों और ट्रकों का उपयोग करके इजरायल में प्रवेश किया और नागरिकों और इजरायली सैनिकों की हत्या कर दी। युद्ध शुरू होने के बाद से हमास ने 300 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है। इजरायल ने आतंकवादी समूहों को नष्ट करने की कसम खाई है और समूह पर गंभीर हमले किए हैं। बाइडन ने कहा कि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने गाजा में लगभग 20 मानवीय सहायता ट्रकों के पहले बैच को अनुमति देने के लिए राफा क्रॉसिंग को खोलने पर सहमति व्यक्त की है।
वहीं, गाजा पट्टी के एक अस्पताल में हुए विस्फोट के बाद इजरायल पर सवाल खड़े होने लगे थे, लेकिन इजरायली सेना ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। इस विस्फोट में कम से कम 500 लोग मारे गए थे। अल-अहली बैपटिस्ट अस्पताल में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। फिलिस्तीनियों और अरब दुनिया के कई देशों ने तुरंत इजरायल पर उंगली उठाई और उन पर चिकित्सा सुविधा को निशाना बनाने और 500 से अधिक लोगों को हताहत करने का आरोप लगाया। विशेष रूप से, जॉर्डन, तुर्की, मिस्र, सऊदी अरब और अन्य ने कथित हमले के लिए इजरायल की निंदा की है।