पूरा गाजा इस समय बुनियादी सुविधाओं की किल्लत से जूझ रहा है। गाजा में न तो बिजली है और न ही पीने का पानी। गाजा के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि उसके एकमात्र बिजली संयंत्र में ईंधन खत्म हो गया है और इजरायल की नाकेबंदी की वजह से आपूर्ति नहीं होने के चलते संयंत्र बंद कर दिया गया है।
अस्पतालों में लोग तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। इलाज के लिए दवाओं की भी भारी किल्लत है। ऐसे में अब इजरायल ने गाजा को नियंत्रित करने वाले आतंकी संगठन हमास के सामने एक शर्त रखी है।
इजरायल ने गुरुवार को कहा कि जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता तब तक गाजा को बिजली, पानी या ईंधन नहीं मिलेगा। इजरायल के ऊर्जा मंत्री इजरायल काट्ज ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “गाजा को मानवीय सहायता? जब तक इजरायली बंधकों की घर वापसी नहीं हो जाती, तब तक कोई बिजली का स्विच नहीं ऑन नहीं किया जाएगा, कोई जल हाइड्रेंट नहीं खोला जाएगा और कोई ईंधन ट्रक (गाजा में) प्रवेश नहीं करेगा।”
शनिवार को हमास ने इजरायल पर अचानक हमला किया था। हमले के बाद आतंकी संगठन ने हजारों लोगों को मारा और कई लोगों को किडनैप किया है। लगभग 150 इजरायलियों, विदेशियों को गाजा पट्टी में कहीं खुफिया जगह पर किडनैप करके रखा गया है। अब इजरायल ने हमास के सामने शर्त रखी है। इजरायली मंत्री ने लिखा, “मानवतावादी के लिए मानवतावादी बनेंगे। किसी को भी हमें नैतिकता का उपदेश नहीं देना चाहिए।” समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने यह भी कहा कि इजरायली बंधकों की आजादी के बिना गाजा की नाकाबंदी खत्म करने का कोई सवाल ही नहीं है।
इस बीच इजरायली सेना ने गुरुवार को कहा कि वह गाजा में जमीनी घुसपैठ की तैयारी कर रही है, लेकिन राजनीतिक नेतृत्व ने अभी तक फैसला नहीं किया है। इसके अलावा, गाजा बॉर्डर को फिर से सुरक्षित करते हुए, इजरायली सेना ने चेतावनी दी कि जो कोई भी पास आएगा उसे “गोली मार दी जाएगी”। युद्ध में अब तक कम से कम 2,300 लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले आज, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी थी कि इजरायल हमास के सभी सदस्यों को “कुचलकर नष्ट” कर देगा। नेतन्याहू ने विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज के साथ मिलकर हमास आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई की निगरानी के लिए एक आपातकालीन एकता सरकार और एक युद्ध मंत्रिमंडल का गठन किया।