वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम माना गया है। इसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर एक चीज़ को लेकर नियम और उसके रख रखाव के बारे में बताया गया है। जिसके अनुसार कार्य करने से सकारात्मक परिणाम की प्राप्ति होती है।
लेकिन इनकी अनदेखी जीवन में परेशानियां बढ़ाती है। मोरपंख को धार्मिक तौर पर जितना पवित्र और पूजनीय माना गया है।
वास्तु शास्त्र में भी इसे सकारात्मकता से भरा बताया गया है। वास्तु अनुसार मोरपंख को अगर घर की सही दिशा और स्थान पर रख दिया जाए तो इससे धन लाभ होता है और सुख समृद्धि सदा ही बनी रहती है लेकिन अगर ये घर में गलत जगह और दिशा में रखा हो तो रातोरात धन की तिजोरी खाली कर देता है तो आज हम आपको मोरपंख से जुड़े नियम बता रहे है।
मोरपंख से जुड़े वास्तु नियम-
वास्तु की मानें तो मोरपंख घर की नकारात्मकता को दूर करके सकारात्मकता का संचार करता है। इसे घर में रखने से रुपए पैसों से जुड़ी परेशानियां खत्म हो जाती है। वास्तु अनुसार मोरपंख को भूलकर भी पूजा करने वाले रुम में नहीं रखना चाहिए वरना व्यक्ति देखते ही देखते कंगाल हो जाता है। मान्यता है कि मोरपंख को अगर घर के मंदिर में रख दिया जाए तो इससे घर की सकारात्मकता का नाश हो जाता है।
इसके अलावा इसे भूलकर भी उत्तर पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में मोर पंख को रखने से दरिद्रता और गरीबी आती है। वास्तु की मानें तो मोरपंख को रखने के लिए घर की दक्षिण पश्चिम दिशा को श्रेष्ठ माना गया है। इस दिशा में मोरपंख रखने से देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और दुख दर्द व गरीबी दूर हो जाती है।