सलाह दी जाती है कि स्वस्थ और निखरी हुई त्वचा के लिए सही मात्रा में पानी पीना चाहिए. पानी से त्वचा में नमी बनी रहती है और डार्क स्पॉट्स, एक्ने या दूसरी समस्याएं हमसे दूर रहती है.
क्या आपने कभी वाटर थेरेपी का नाम सुना है. दरअसल, जापान के लोगों की त्वचा में निखार बना रहता है और इसके पीछे कई कारण माने जाते हैं. इन्हीं में से एक जापानी वाटर थेरेपी है जो पूरी तरह से नेचुरल है और इससे त्वचा को कई फायदे मिलते हैं. चलिए आपको बताते हैं जापानी वाटर थेरेपी को कैसे फॉलो करते हैं और ये किस तरह लाभदायक है.
क्या होती है जापानी वाटर थेरेपी? What is Japanese Water Therapy
जापान में त्वचा की देखभाल के लिए पानी पीने के अलग तरीके आजमाए जाते हैं और इसी में से एक वाटर थेरेपी है. इसमें दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. जापानी वाटर थेरेपी में हमें सुबह उठने के बाद खाली पेट 4 से 6 गिलास पानी पीना चाहिए. हर गिलास की मात्रा 160-200 मिलीलीटर होनी चाहिए. पानी का तापमान रूम टेंपरेचर पर हो या फिर ये गुनगुना होना चाहिए.
इसे पीने के बाद ही आपको ब्रश करना होता है और फिर 45 मिनट तक किसी चीज को खाना या पीना नहीं है. इस पीरियड में फिजिकल एक्टिविटी जैसे योग या वर्कआउट किया जा सकता है. जापानी वाटर थेरेपी के मुताबिक खाने पीने का गैप दो घंटे का रखें और टाइमिंग को ब्रेक करके कुछ न खाएं. ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद भूल से भी 15 मिनट कुछ भी खाए या पिए नहीं. अगर आप एक साथ 6 गिलास पानी नहीं पी सकते हैं तो इसमें 2-2 मिनट का अंतराल रखें.
जापानी वाटर थेरेपी के फायदे । Japanese water Therapy benefits
नमी बनी रहती है: हमारी स्किन शरीर का 30 फीसदी पानी अपने पास रखती है और इसमें कमी से त्वचा डल नजर आने लगती है. अगर आप शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रखते हैं तो इससे उसमें नमी बनी रहती है और वह ग्लो कर पाती है.
टॉक्सिन्स बाहर निकल पाते हैं: शरीर में विषाक्त पदार्थ होते हैं और अगर ये बाहर न निकले तो सेहत के साथ-साथ त्वचा को भी नुकसान झेलना पड़ता है. करीब 6 गिलास पानी पीने से टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं.
अर्ली एजिंग से छुटकारा: समय से पहले स्किन पर झुर्रियां या झाइयों का आना आजकल आम है. प्रीमेच्योर एजिंग प्रॉब्लम से स्किन डल और बेजान तक नजर आती है. इसलिए रोजाना सही तरीके से पानी जरूर पीना चाहिए.