कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई अमानवीय घटना का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना पर जनता द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह डॉ जेकेल और मिस्टर हाइड कि तरह व्यवहार कर रही हैं।इस मामले में राज्यपाल ने कोलकाता पुलिस को भी लताड़ लगाते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले में कई अनियमितताएं दिखाई हैं।
राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि व्यक्ति को फांसी दो और फिर मुकदमा जारी रखो, किसी रोमन सम्राट की आवाज जैसा लगता है। मुख्यमंत्री जेकेल और मिस्टर हाइड की तरह व्यवहार कर रही हैं और लोग जानते हैं कि कौन क्या है। बोस ने कहा कि उन्होंने पहले ही कोलकाता में मौजूदा पुलिस पदानुक्रम के प्रति अपनी नाराजगी का संकेत दिया था। राज्यपाल ने कहा कि केजी कर अस्पताल में हुई घटना के बाद मैंने पहले ही मुख्यमंत्री को एक लंबा पत्र लिखा है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई का सुझाव दिया है। उनसे संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत उनसे एक रिपोर्ट की भी मांग की है। पिछले 5 वर्षों में, मैंने 30 ऐसे पत्र भेजे हैं, जिनका कोई जवाब नहीं दिया गया, यह असंवैधानिक है।पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर सीवी आनंद बोस ने कहा कि भारत का संविधान किसी भी आपात स्थिति का ख्याल रखने के लिए काफी मजबूत है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं और मैं भारत सरकार के सामने इस मामले को लेकर एक बेहतर रिपोर्ट पेश करूंगा। कोलकाता बलात्कार और हत्या पीड़िता को न्याय की बढ़ती मांग के बारे में बोलते हुए राज्यपाल बोस ने कहा कि मामला पहले से ही हाईकोर्ट में है और मृतक को न्याय दिया जाएगा। सीवी आनंद बोस ने कहा कि इस मामले में, मुझे पुलिस की निश्चित विफलता दिख रही है। लोगों को अब संदेह हो रहा है कि पुलिसकर्मी कौन है और चोर कौन है? पुलिस ने इस मामले को जिस तरह से संभाला है उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं।इससे पहले, आरजी कर मेडीकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई कर रहीं ट्रेनी डॉक्टर के साथ नौ अगस्त को कॉलेज अस्पताल के सेमिनार कक्ष में कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। अगले दिन मामले में एक अस्पताल में ही काम करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को करीब 40 लोगों के एक समूह ने अस्पताल में घुसकर इमरजेंसी विभाग, नर्सिंग यूनिट और मेडीकल स्टोर में तोड़फोड़ की। पीटीआई कि रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ ने सेमिनार हॉल के एक हिस्से में भी तोड़फोड़ की, जहां डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। भीड़ ने उस मंच पर भी तोड़फोड़ की, जहां जूनियर डॉक्टर एक महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे थे। पुलिस ने एक्शन लेते हुए इस इस हमले में शामिल करीब 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।