दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 में शराब कारोबारियों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाने और बदले में 100 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर है।
शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। इसी केस में केजरीवाल से पहले उनके दाएं हाथ मनीष सिसोदिया और बाएं हाथ संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों नेता लंबे समय से जेल में बंद हैं।
हाल ही में बीआरएस नेता के कविता को भी ईडी ने गिरफ्तार किया है। इस केस में केजरीवाल चौथे हाई प्रोफाइल और सबसे बड़े नेता हैं जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिाय और के केविता समेत अन्य नेताओं ने दिल्ली की शराब नीति में एक साजिश रची थी। कारोबारी सरथ रेड्डी, मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और के कविता वाले एक साउथ ग्रुप को आबकारी नीति 2021-22 के तहत दिल्ली में 32 में से 9 जोन मिले थे। आरोप है कि इस नीति के तहत दिल्ली सरकार ने होलसेल शराब कारोबारियों के लिए प्रॉफिट मार्जिन को बढ़ाकर 12 पर्सेंट और रिटेलर के लिए 185 पर्सेंट कर दिया गया। ईडी का आरोप है कि साजिश के तहत 12 पर्सेंट प्रॉफिट में से 6 पर्सेंट होलसेलर से रिश्वत के रूप में आप नेताओं ने वापस लिया।
के कविता के साथ मिलकर साजिश में शामिल होने का आरोप
के कविता की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने पिछले सप्ताह रिमांड नोट में कहा, ‘कविता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री व आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर एक डील तैयार की थी। साउथ ग्रुप के अन्य सदस्यों के साथ उन्होंने मिडलमैन के माध्यम से रिश्वत दी। आप नेताओं को मिले रिश्वत के बदले में कविता को नीति निर्माण की पूरी जानकारी दी गई थी और उनके हक में प्रावधानों को सुनिश्चित करने का ऑफर दिया गया था।’
केजरीवाल के दिमाग की उपज थी शराब नीति: ईडी
ईडी का आरोप है कि साउथ ग्रुप ने विजय नायर (आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज) को 100 करोड़ रुपए अडवांस में दिए। आरोप है कि नायर आम आदमी पार्टी की तरफ से योजना और साजिश का प्रबंधन कर रहे थे। एजेंसी ने पिछले साल एक दस्तावेज में कहा, ‘विजय नायर आम आदमी पार्टी के साधारण कार्यकर्ता नहीं है, बल्कि अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी हैं।’ शराब कारोबारी समीर महेंद्रूय के बयान के हवाले से ईडी ने कहा कि आबकारी नीति केजरीवाल के दिमाग की उपज थी। आरोप है कि नायर ने फेसटाइम के जरिए केजरीवाल और महेंद्रू की बात कराई थी। एजेंसी के मुताबिक केजरीवाल ने महेंद्रू से वीडियो कॉल के जरिए बताया था कि नायर उनका आदमी है और वह उस पर भरोसा कर सकते हैं।
सिसोदिया के सचिव सी अरविंद ने किया था बड़ा दावा
ईडी ने मनीष सिसोदिया के पूर्व सचिव सी अरविंद की ओर से 7 दिसंबर 2022 को दर्ज कराए गए बयान का हवाला देकर कहा था कि उन्हें प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाकर 12 पर्सेंट किए जाने की जानकारी मार्च 2021 में केजरीवाल के आवास पर दी गई थी। उन्होंने यह भी कहा था कि होलसेल शराब कारोबार को प्राइवेट प्लेयर्स को देने पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) की बैठक में चर्चा नहीं हुई थी। हालांकि, मार्च के मध्य में जब सी अरविंद को सिसोदिया ने केजरीवाल के आवास पर बुलाया (जहां तब के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे) तब के डिप्टी सीएम ने उन्हें एक दस्तावेज दिया जोकि एक जीओएम ड्राफ्ट रिपोर्ट थी जिसमें कहा गया था कि होलसेल कारोबार प्राइवेट प्लेयर्स को दे देना चाहिए। उन्हें इस दस्तावेज के आधार पर ड्राफ्ट जीओएम बनाने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका था जब उन्होंने यह प्रस्ताव देखा और इसकी कोई चर्चा जीओएम में नहीं हुई थी।
आम आदमी पार्टी को भी बताया गया लाभार्थी
दिसंबर 2023 में आप नेता संजय सिंह के खिलाफ दायर अपने छठे चार्जशीट में ईडी ने दावा किया कि रिश्वत से मिले 100 करोड़ में से 45 करोड़ रुपए 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल किए गए और इस तरह आम आदमी पार्टी भी घोटाले की लाभार्थी थी। चार्जशीट में यह भी कहा गया कि अपराध की प्रक्रिया में आम आदमी पार्टी के कुछ नेता भी व्यक्तिगत तौर पर लाभार्थी थे। ईडी ने दावा किया कि सिसोदिया को 2.2 कोरड़ रुपए रिश्वत मिले। संजय सिंह को 2 और विजय नायर को 1.5 करोड़ रुपए मिले।