नई दिल्ली: भारतीय किसान संघ के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र को नए कृषि कानूनों पर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि किसान जानते हैं कि किसानों की उपेक्षा करने वाले लोगों को सबक कैसे सिखाया जाता है।
टिकैत ने कहा, ”किसान संसद के माध्यम से मूक-बधिर सरकार को जगाने का काम किसानों ने किया है। जो किसान संसद चलाना जानता है, वह उन लोगों को सबक सिखाना भी जानता है, जो उनकी उपेक्षा करते हैं।” टिकैत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, “इसे कोई नहीं भूल सकता।”
टिकैत ने इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार को दो महीने का अल्टीमेटम दिया और चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो ‘युद्ध होगा’।
उन्होंने कहा, ‘सरकार हमारी नहीं सुन रही है। किसान मांग कर रहे हैं कि कानूनों को निरस्त किया जाए और जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक वे वापस नहीं जाएंगे। सरकार को चर्चा करनी चाहिए। हम सरकार को दो महीने का समय देते हैं। जंग होगी देश में ऐसा लग रहा है, युद्ध होगा। एक लोकतांत्रिक देश में सरकार किसानों से सहमत नहीं है, लेकिन जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।’