एक साल से चल रहे किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन इफको प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद मंगलवार देर रात समाप्त हो गया। भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को काजू बादाम खिला कर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने भूख हड़ताल तुड़वाई। किसान यूनियन इफको उर्वरक कारखाने में कार्यरत भू दाताओं को स्थाई करवाने करने और जमीन जाने के बावजूद नौकरी न मिलने वाले किसानों को इफको में नौकरी देने के लिए इफको प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर कर रही थी।
129 किसानों को दोगुना वेतन और 270 को मिलेगी नौकरी
मंगलवार को महापंचायत के दौरान उप जिला अधिकारी वेद प्रकाश मिश्रा, क्षेत्राधिकारी और किसान यूनियन व इफको प्रबंधन के बीच हुई वार्ता में तय हुआ की 129 किसानों को स्थाई न करके अन्य सुविधाएं सहित उनको पहले से दोगुना वेतन दिया जाएगा, साथ ही अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। इसके अलावा किसानों की मांग पर 270 किसानों को 2 स्विफ्ट में फैक्ट्री के अंदर समायोजित किया जाएगा। पहली शिफ्ट में 50 से 100 किसान 15 दिन में और शेष किसान तीन माह में समायोजित किए जाएंगे। उनका नोडल अधिकारी इफको फैक्ट्री का रहेगा ठेकेदार से उन्हें कोई मतलब, डॉक्टर सतविंदर सिंह बाबूराम नहीं रहेगा।
इफको प्रबंधन पर वायदा खिलाफी का आरोप
पिछले साल दिसंबर से इफको प्रबंधन पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए किसान यूनियन इफको उर्वरक कारखाना में जमीन देने वाले किसानों को नौकरी न मिलने पर प्रबंधन पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए इफको फैक्ट्री के निकट वन विभाग की जमीन पर धरना प्रदर्शन कर रही थी। इस दौरान मुख्य रूप से राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन, विजेंद्र सिंह यादव तोमर, कुलदीप सिंह, मनोज चौधरी शंकर सिंह यादव, मनजीत सिंह, सरदार स्वराज सिंह गायत्री यादव, महाराज सिंह, नवल वर्मा, ओमशंकर सक्सेना आदि लोग उपस्थित रहे।