कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वर्धा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम को वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी ने विचारधारा को लेकर भाजपा पर निशाना साधा.
राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस और बीजेपी की घृणित विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेम वाली और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गई है.
राहुल गांधी ने कहा, हिन्दुस्तान में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की. आज के हिन्दुस्तान में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने, भाईचारे और प्यार की है. आज आरएसएस और बीजेपी की घृणित विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेम वाली और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गई है.
‘हमारी विचारधारा जीवित’
राहुल गांधी ने कहा, आज हम विभाजनकारी विचारधारा को पसंद करते हैं या नहीं. बीजेपी की घृणित विचारधारा ने कांग्रेस पार्टी की प्रेम वाली और राष्ट्रवादी विचारधारा को ढक लिया है. हमें यह स्वीकार करना होगा. लेकिन अब हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते. हमारी विचारधारा जीवित है; यह जीवंत है लेकिन इसे ढक लिया गया है.
हमने अपनी विचारधारा को प्रचारित नहीं किया- राहुल
राहुल ने कहा, ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि हमने अपनी विचारधारों को लोगों के बीच आक्रामक रूप से प्रचारित नहीं किया. जब मैं कहता हूं कि कांग्रेस की विचारधारा, तो यह सही नहीं है. कांग्रेस ऐसी विचारधारा का पालन करती है, जो हजारों सालों से भारत में मौजूद है.
राहुल ने कहा, आदि शिव है; कबीर जैसे लोग; गुरु नानक. ये ऐसे विचार थे जो दर्शाते हैं कि हम किसके लिए खड़े हैं. गांधी जी एक और उदाहरण हैं. इसलिए ये लोग खड़े थे और हमें गहराई से अध्ययन करना होगा कि वे क्या कह रहे थे.
‘आज विचारधारा की लड़ाई सबसे अहम’
राहुल ने कहा, 2014 से पहले विचारधारा की लड़ाई केंद्रित नहीं थी. लेकिन आज के हिन्दुस्तान में विचारधारा की लड़ाई सबसे महत्वपूर्ण हो गई है. हमें जिस गहराई से अपनी विचारधारा को समझना व फैलाना चाहिए वो हमने छोड़ दिया, अब समय आ गया है कि हमें अपनी विचारधारा को अपने संगठन में गहरा करना है.
हिन्दू और हिंदुत्व में फर्क- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी हिन्दुत्व की बात करती है. हम कहते हैं कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में फर्क है, क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता. राहुल गांधी ने कहा, क्या सिख और मुस्लिम को पीटना हिंदू धर्म है…नहीं…यह हिंदुत्व है. किस किताब में लिखा है कि एक मासूम की हत्या करो. मैंने उपनिषद पढ़ा है, मैंने इसे हिंदू, सिख या इस्लामी धर्मग्रंथों में नहीं देखा है. मैं इसे हिंदुत्व में देख सकता हूं.