ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचर का विशेष महत्व माना जाता है. हर ग्रह एक निश्चित समय पर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है. अगस्त में कई बड़े ग्रह राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं.महीने की शुरुआत में ही शुक्र 7 अगस्त को राशि परिवर्तन करेंगे, इसके बाद सूर्य 17 अगस्त को और 18 अगस्त को मंगल और 24 अगस्त को बुध सिंह राशि में गोचर करेंगे. साहस और ऊर्जा के कारक ग्रह मंगल 18 अगस्त की दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करेंगे. कन्या राशि पृथ्वी तत्व की स्त्री राशि है. राशि चक्र में छठे स्थान पर होने से मंगल यहां अच्छी स्थिति में होते हैं. मंगल ग्रह के गोचर से सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है. लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं, जिन्हें इस दौरान भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा.
कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होने पर होती है तरक्की
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को लाल ग्रह कहा गया है. मंगल ग्रह को ‘भूमि पुत्र’ के रूप में भी जाना जाता है. ‘मंगल’ शब्द का अर्थ होता है ‘शुभ’. दक्षिण भारत में मंगल देव को भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) के साथ जोड़कर देखा जाता है. जबकि उत्तर भारत में भगवान हनुमान के साथ संबंध बताया गया है. अग्नि तत्व मंगल को जीवन शक्ति, ऊर्जा, साहस, शौर्य, सहनशक्ति, इच्छाशक्ति और कुछ करने की प्रेरणा आदि का कारक माना जाता है. वहीं कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होने पर लोग सेना, पुलिस, खेती, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में काफी तरक्की करते हैं.
मेष राशि
मेष राशि के लिए मंगल लग्न और आठवें भाव के स्वामी होता है. इसका छठे भाव में गोचर आपके लिए लाभदायक होगा. छठे भाव में लग्नेश मंगल की मौजूदगी से शत्रुओं पर विजय मिलेगी. वहीं लड़ाई-झगड़ों में आप सभी पर हावी रहेंगे. लेकिन ज्यादा गुस्सा आगे चलकर नुकसान पहुंचा सकता है. इस दौरान कोर्ट-कचहरी के मामले में फैसला आपके पक्ष में आ सकता है. इस दौरान कार्यक्षेत्र में भी कई बदलाव देखने को मिलेगा. काम के सिलसिले से आपको लंबी दूरी की यात्रा करने का योग बनेगा.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक के लिए मंगल गोचर फलदाई साबित होगा. इस दौरान उन्हें कार्य क्षेत्र एवं व्यापारिक क्षेत्र में सफलता के नए अवसर प्राप्त होंगे. इसके साथ ही दोस्त एवं परिवार के सदस्यों का पूरा सहयोग मिलेगा. इस दौरान जो लोग नया कार्य शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह समय अच्छा होगा. दांपत्य जीवन में भी मधुरता आएगी और ऊर्जा में सकारात्मक वृद्धि दिखाई देगा, जिसका असर कार्यक्षेत्र पर भी पड़ेगा.
कर्क राशि
कर्क राशि का मंगल ग्रह पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं. केन्द्र और त्रिकोण का स्वामी होने की वजह से मंगल आपके लिए राजयोगकारक है. इसका तीसरे भाव में गोचर आपके लिए शुभ परिणाम देगा. इस दौरान आपको कई छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, जो करियर या व्यवसाय के लिए भी फायदेमंद होगा. इस अवधि में छोटे भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा और संचार कौशल में वृद्धि होगी. जो लोग मीडिया, वकालत, संचार माध्यम आदि से जुड़े हैं, उनके लिए बहुत अच्छा समय आनेवाला है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक के लिए मंगल लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं. मंगल का आपके ग्यारहवें भाव में गोचर आपके लिए बहुत ही अनुकूल साबित हो सकता है. इस अवधि में आपके परिश्रम का फल मिलेगा और आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं. आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी और कुछ नए लोगों से संबंध बनेंगे. इस अवधि में यदि आप लोन या ऋण लेने की तैयारी कर रहे हैं तो उसमें आपको सफलता प्राप्त होगी. स्वास्थ्य की बात करें तो ग्यारहवां भाव परेशानी दे सकता है.