उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान लोगों को आवास योजनाओं का उचित लाभ नहीं मिल रहा था लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनधन खाते और सीधे बैंक में राशि भेजे जाने की प्रणाली (डीबीटी सिस्टम) के माध्यम से ऐसी व्यवस्था कर दी है कि गरीब की पाई-पाई सीधे उस तक पहुंचती है। मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने 5.51 लाख आवासों की चाभी संबंधित परिवारों को सौंपी। अयोध्या, सोनभद्र, रायबरेली के पांच लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से चाभी दी। एक सरकारी बयान के अनुसार, योगी ने कहा कि 30 सालों में उत्तर प्रदेश में 54 लाख लोगों को आवास की सुविधा मिली, जबकि बीते चार सालों में ही 41 लाख 73 हजार से ज्यादा परिवारों का अपने घर का सपना पूरा हुआ। पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि चार साल पहले भी ऐसी योजनाएं चलतीं थीं, लेकिन सरकार की खराब नीयत के चलते गरीबों को मिलने वाली राशि में सेंध लग जाती थी। उन्होंने कहा कि आवास योजना में 70 फीसदी से अधिक महिला लाभार्थियों का होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में अच्छा प्रयास है।लखीमपुर जिले के लंदनपुर ग्रंट गांव में ग्रामीण टाउनशिप के विकास की अभिनव पहल के लिए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। वहीं, योगी आदित्यनाथ ने इस टाउनशिप की परिकल्पना के लिए तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह की सराहना की और कहा कि वहां आवास के साथ-साथ गो संरक्षण केंद्र, शौचालय, शानदार सड़कें, लाइट, घर-घर बिजली, पार्क, हर घर को एक गाय आदि उपलब्ध कराना बेहतरीन कार्य है। लंदनपुर ग्रामीण टाउनशिप के संबंध में प्रस्तुतिकरण देखते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे ही प्रयास पूरे प्रदेश में होने चाहिए। उन्होंने टाउनशिप में ओपन जिम की स्थापना के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योजना के लाभार्थियों से ऑनलाइन माध्यम से बात भी की।