हिंदू धर्म में दिवाली को एक महान त्योहार माना जाता है। भगवान राम के अयोध्या आगमन के अवसर पर अयोध्या की जनता ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। तभी से रोशनी का त्योहार दीपावली मनाया जाता है।
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का दीपावली के दिन निधन हो गया था। इसीलिए इस दिन भगवान महावीर का निर्वाण पर्व भी मनाया जाता है। 5 दिवसीय दीपोत्सव पर्व के तीसरे दिन हर घर में लक्ष्मी पूजा की जाती है। ताकि मां लक्ष्मी साल भर हम पर कृपा करें और हमें भरपूर धन-धान्य प्रदान करें। साल 2022 में दिवाली पर सूर्य ग्रहण के कारण लोग लक्ष्मी पूजा के समय को लेकर असमंजस में थे, वैसे ही इस बार भी दिवाली की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति हो सकती है.
साल 2022 में सूर्य ग्रहण के कारण छोटी और बड़ी दिवाली एक ही दिन मनाई गई थी. हालांकि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया, लेकिन इसके सूतक काल की मान्यता नहीं थी। लेकिन दिवाली मनाने की तारीख और पूजा के शुभ मुहूर्त को लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। इस बार भी कुछ ऐसा ही है। दरअसल साल 2023 में कार्तिक मास की अमावस्या 12 नवंबर दिन रविवार को आ रही है। अमावस्या तिथि 12 नवंबर रविवार को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 13 नवंबर सोमवार को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट तक रहेगी। अत: उदयतिथि के अनुसार दीपावली 13 नवंबर को मनाई जानी चाहिए। लेकिन दिवाली की पूजा रात में होती है इसलिए 12 नवंबर को दिवाली मनाना शुभ रहेगा।
दिवाली 2023 पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है
दिवाली 2023 पर लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त: 12 नवंबर को लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:40 बजे से शाम 07:36 बजे तक रहेगा। यानी मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त 1 घंटा 55 मिनट रहेगा। जबकि प्रदोष काल: 05:29 से 08:07 तक रहेगा। वृष काल शाम 05 बजकर 40 मिनट से 07 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। महाननिष्ठा के दौरान लक्ष्मी पूजन की अवधि रात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक केवल 52 मिनट की होगी।