इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच यूरोप के ऊपर आतंकी हमले का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। यह हमला क्रिसमस छुट्टियों के दौरान होने की आशंका जताई गई है। यूरोपियन यूनियन के गृह मामलों के आयुक्त ने इस बारे में चेतावनी जारी की है।
इसके मुताबिक फ्रांसीसी जांचकर्ताओं ने पेरिस में एफिल टावर के नजदीक हमला होने की बात कही है। ईयू होम अफेयर्स कमिश्नर यल्वा जोहानसन ने बयान में कहाकि इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के चलते हमारे समाज में ध्रुवीकरण हो चुका है। इसके चलने आने वाले क्रिसमस की छुट्टियों में यूरोपियन यूनियन में आतंकी हमले का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहाकि हमने हाल ही में पेरिस में ऐसा होते हुए देखा है।
यव्ला ने कहाकि यूरोपियन कमीशन खतरे की जद में आने वाले इलाकों को 30 मिलियन यूरो की अतिरिक्त मदद दिलाएगा। यह रकम देने का मकसद इन इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करना है। इसमें खासतौर पर पूजास्थलों को मदद पहुंचाई जाएगी। गौरतलब है कि एफिल टॉवर हमले के संदिग्ध आर्मंड राजबोर-मियांदोआब ने हमास के प्रति निष्ठा की कसम खाई थी। इसके बाद उसने एक जर्मन-फिलिपिनो पर्यटक की चाकू मारकर हत्या कर दी और दो अन्य लोगों को हथौड़े से घायल कर दिया।
1997 में जन्मे फ्रांसीसी नागरिक आर्मंड राजबोर-मियांदोआब ने एफिल टॉवर के पास 23 वर्षीय जर्मन-फिलिपिनो व्यक्ति की हथौड़े और चाकू से वार करके हत्या कर दी थी। इसके बाद फ्रांस में इस्लामी हमलों के खतरे को लेकर चिंता बढ़ गई थी। यह सब ऐसे वक्त हो रह है जबकि 2024 का समर ओलंपिक करीब छह महीने दूर है। फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने कहाकि यह स्पष्ट रूप से एक विफलता थी। खुफिया सेवाओं द्वारा उनकी निगरानी के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि एक मनोरोग विफलता। हमलावर को गंभीर मानसिक बीमारी थी। डॉक्टरों ने कई मौकों पर कहा कि वह बेहतर कर रहे हैं, अधिक सामान्य हैं और मुक्त हो सकते हैं।