आधार कार्ड को लेकर पश्चिम बंगाल में बवाल मचा हुआ है। पिछले कुछ दिनों से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बंगाल के लोगों के आधार को निष्क्रिय करने के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश की बात कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र उनके राज्य के लोगों के आधार कार्डों को निष्क्रिय कर रहा है। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इसके पीछे का कारण जानना चाहा। उन्होंने पीएम से पूछा कि अचानक अल्पसंख्यकों के आधार कार्ड अंधाधुंध निष्क्रिय क्यों हो रहे हैं।
अपने पत्र में ममता बनर्जी ने पीएम से पूछा, “मैं आपसे ऐसे कदम का कारण जानना चाहूंगी। क्या यह सिर्फ पात्र लाभार्थियों को वंचित करने के लिए है या लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बड़े पैमाने पर लोगों के बीच दहशत की स्थिति पैदा करने के लिए है।” बता दें आधार मुद्दे को लेकर टीएमसी बीजेपी को शुरू से ही घेरती नजर आई है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार सुबह दिल्ली में इस पर बैठक की। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णो वहां मौजूद थे। इस मौके पर बंगाल संसद और केंद्रीय मंत्री शांतनु के अलावा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार मौजूद रहे।
पहले ममता ने आरोप लगाते हुए कहा, “बीजेपी ने योजना बनाकर आधार को निष्क्रिय कर दिया है। गरीब लोगों के मामले में तो यह और भी ज्यादा रहा है। दरअसल, ये सब संशोधित नागरिकता कानून को लागू करने के मकसद से किया गया है। लेकिन मैं राज्य में किसी भी तरह से ऐसा नहीं होने दूंगी।”
ममता ने शिकायत की कि यह पूरा काम राज्य या जिला प्रशासन को अंधेरे में रखकर किया गया। ममता ने यह भी कहा कि तृणमूल इस बारे में चुनाव आयोग जायेगी। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से आधार कार्ड निष्क्रिय होने की शिकायतों के बाद रविवार को एक सार्वजनिक बैठक में उपस्थित मुख्य सचिव बीपी गोपालिक को इस संबंध में आम लोगों की शिकायतों के लिए एक पोर्टल बनाने का निर्देश दिया। ममता ने कहा कि पोर्टल मंगलवार से प्रभावी होगा।