अयोध्या में राम मंदिर की नींव में लगने वाले पत्थरों की पहली खेप आज अयोध्या पहुंची है. मां विंध्यवासिनी के दरबार से राम की नगरी पहुंचे पत्थरों का संत समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. 16 घन फुट के 30 पत्थर पहले चरण में आए हैं. इन पत्थरों का राम मंदिर की नींव में इस्तेमाल किया जाएगा. मिर्जापुर की खदानों से लाए गए बलुआ पत्थरों को रेड स्टोन कहा जाता है. इन पत्थरों को बाकायदा राम जन्मभूमि परिसर में ही सुरक्षित रखा जाएगा.
तेजी से चल रहा है काम
राम मंदिर में नींव की भराई का काम तेजी के साथ चल रहा है. लगभग 15 लेयर बुनियाद के भराई पूरी कर ली गई है. बुनियाद का काम पूरा होने के बाद इन पत्थरों को उपयोग किया जाएगा. माना जा रहा है कि अक्टूबर माहीने से ही पत्थरों का उपयोग किया जाएगा. 4 फीट लंबे, 2 फीट ऊंचे और 2 फीट चौड़े पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर में ही रखा जाएगा. इसके लिए रामलला विराजमान के पीछे अस्थाई कार्यशाला का निर्माण भी किया गया है.
संतों ने ट्रक चालक का किया स्वागत
मिर्जापुर की चुनार खदान से बलुआ पत्थरों की खेप लेकर अयोध्या पहुंचे ट्रक चालक का भी अयोध्या के संतों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया. संतों के स्वागत से अभिभूत ट्रक ड्राइवर ने कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य का विषय है कि हम भगवान रामलला के मंदिर में लगने वाले पत्थरों की खेप लेकर अयोध्या पहुंचे हैं. पत्थरों की खेप लेकर कल शाम को मिर्जापुर से अयोध्या के लिए रवाना हुए थे. ट्रक ड्राइवर अनिल ने बताया कि अगली खेप 2 से 3 दिन बाद फिर आएगी और इसी तरीके 19 हजार पत्थरों की खेप अयोध्या आनी है. पहली खेप में 30 पत्थर लाए गए हैं.
मंदिर निर्माण में सभी का योगदान है
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि अयोध्या का कण-कण पूजनीय है. राम मंदिर में लगने वाले इन पत्थरों का अभिनंदन करते हैं. बलुआ पत्थरों की खेप मिर्जापुर से अयोध्या पहुंची है. इन पत्थरों का उपयोग बुनियाद में किया जाएगा. अयोध्या पहुंचे इन पत्थरों का इस्तेमाल राम मंदिर निर्माण होने जा रहा है. मंदिर निर्माण में सभी का योगदान है. अयोध्या की धरती पर पहुंचे पत्थरों का स्वागत और वंदन करते हैं.