संजीव कुमार शुक्ला
लखनऊ :श्री श्री राधा रमण बिहारी मंदिर (इस्कॉन) सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ द्वारा आयोजित दो दिवसीय “श्रीमद भगवत गीता ज्ञान यज्ञ” में नेहरू पार्क, चंद्रलोक कॉलोनी, कपूरथला, अलीगंज, लखनऊ मे प्रथम दिवस का प्रारम्भ सायं 06:00 बजे दीप प्रज्जवलित कर किया गया l
इस्कॉन मंदिर अध्यक्ष एवं वक्ता श्रीमान अपरिमेय श्याम प्रभु जी ने बताया कि अधिकतर संसार मे हम अपनी पहचान अपने नाम, ख्याति एवं अपने शरीर से करते हैं, लेकिन वास्तव में हम भगवान के अंश हैं। हम जीवात्मा हैं और हम जितना सुख लेना चाह रहे हैं, वह शरीर के स्तर पर पा लेना चाह रहे हैं।
शरीर से मिलने वाला सुख क्षणिक है स्थाई सुख नही है। स्थायी सुख ऐसा सुख है, जो निरन्तर बढ़ता जाए उसे आनंद बोलते हैं। आनंद को प्राप्त करने के लिये हमे आध्यात्मिक जीवन को गंभीरता से लेना पड़ेगा फिर निश्चित रूप से हम आनंद को प्राप्त कर सकते हैं lआध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति के लिये अध्यात्मिक ज्ञान का होना अति आवश्यक है। बिना आध्यात्मिक ज्ञान के कोई भी व्यक्ति आध्यात्मिक जीवन को सही तरीके से नही अपना सकता। सामान्य तौर पर देखा जाता है कि संसार मे बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो आध्यात्मिक जीवन को अपनाने में वास्तव में आध्यात्मिक ज्ञान को गंभीरता से नहीं लेते हैं l
कोई भी ज्ञान तब एक फलीभूत नहीं होता जब तक क्रमबद्ध तरीके से न लिया जाए तो वह ज्ञान हमारे जीवन पर प्रभाव नहीं डालता। अतः वह ज्ञान हमारे हृदय में उतर नहीं पाता। इसी प्रकार से आध्यात्मिक जीवन को क्रमबद्ध तरीके से लेना चाहिए और इसी परम्परा में दो दिवसीय सेमिनार रखा गया। इसके बाद 64 दिनों की भक्ति वृक्ष कक्षाओं का आयोजन होगा, जिसमें गुरू परम्परा के अंतर्गत भक्तों को आध्यात्मिक शिक्षा दी जाएगी।
श्रीमद भगवत गीता ज्ञान यज्ञ में लखनऊ एवं आस-पास के जनपदों से आये गणमान्य भक्त उपस्थित रहे, सभी भक्तों ने श्रीकृष्ण भगवान के भजन, कीर्तन, नृत्य तथा विशेष भोजन प्रसाद का आनंद उठाया।
अंत में मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्यामदास प्रभु जी ने उपस्थित पत्रकारों (प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) को उनके सतत सहयोग के लिए धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया |