वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया बोला जाता है। अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। अक्षय तृतीया का दिन धन की देवी माता लक्ष्मी का दिन होता है।
वही इस वर्ष अक्षय तृतीया का त्यौहार 22 अप्रैल, शनिवार को मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को प्रातः 07 बजकर 49 मिनट से आरम्भ होकर 23 अप्रैल प्रातः 07 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। किसी भी मांगलिक कार्य के लिए अक्षय तृतीया का दिन बहुत अच्छा माना जाता है। वास्तु शास्त्र में भी अक्षय तृतीया को लेकर कुछ अहम बातें बताई गई हैं। इसके मुताबिक, अक्षय तृतीया के दिन घर में ऐसी कोई अशुभ चीज नहीं रहना चाहिए, जो मां लक्ष्मी को पसंद ना हो।
अक्षय तृतीया के दिन घर में नहीं रहनी चाहिए ये चीजें:-
* अगर आपके घर की झाड़ू टूट गई है तो अक्षय तृतीया से पहले उस झाड़ू को हटा दें। झाड़ू का संबंध मां लक्ष्मी से बताया गया है। टूटी हुई झाड़ू मां लक्ष्मी को नाराज कर सकती है तथा घर में निर्धनता लाती है। अक्षय तृतीया का दिन सुख-समृद्धि देने वाला दिन है, इस दिन घर में टूटी झाड़ू का होना आती हुई लक्ष्मी को वापस लौटा सकता है।
* घर में कबाड़ है या फटे पुराने बेकार जूते-चप्पल हैं तो उन्हें भी तत्काल बाहर कर दें। ये अशुभ एवं खराब चीजें घर में नकारात्मकता बढ़ाती हैं। साथ ही धन हानि की वजह से बनती हैं। इन चीजों को अक्षय तृतीया से पहले ही बाहर कर दें।
* टूटे हुए बर्तन, जंब लगे ताले, खंडित प्रतिमाओं आदि का घर में होना बहुत अशुभ माना गया है। इन्हें घर में कभी ना रखें। ये घर के लोगों की तरक्की रोकते हैं। गरीबी की वजह बनते हैं। घर में नकारात्मकता बढ़ाते हैं।
* घर में अगर सूखे हुए पौधे हैं। पुराने सूखे फूल हैं तो उन्हें भी घर से हटा दें। घर में सूखे पेड़-पौधे, सूखे फूल का होना बुरा होता है। ये घर में नकारात्मकता फैलाते हैं। घर में गंदगी, किचन में झूठे-बर्तन रखना भी नकारात्मकता लाता है। सौभाग्य, सुख-समृद्धि देने वाले दिन अक्षय तृतीया को इन बातों का खास ध्यान रखें तथा इन त्रुटियों से बचें।