इस साल अक्षय तृतीया शनिवार 22 अप्रैल को मनाई जाएगी. यह दिन बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने के लिए किसी शुभ मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह दिन अशुभ प्रभाव से मुक्त होता है.
इसे आखा तीज के रूप में भी जाना जाता है, यह दिन पूरे देश में हिंदुओं और जैनियों द्वारा व्यापक रूप से मनाया जाता है.
वैशाख / बैसाख के महीने में शुक्ल पक्ष तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है. अक्षय शब्द का अर्थ कभी न घटने वाला होता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन यज्ञ, पितृ-तर्पण या दान-पुण्य करना व्यक्ति के लिए लाभकारी हो सकता है. ऐसा माना जाता है कि यह दिन सफलता और भाग्य लाता है और अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि सोना लोगों के जीवन में समृद्धि और सौभाग्य लाता है.
अक्षय तृतीया से पहले अपने घर से कुछ वस्तुओं को हटा दें क्योंकि इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपकी समृद्धि में भी वृद्धि होती है.
बर्तन
अपने घर से टूटे बर्तनों को फेंक दें क्योंकि ये घर और परिवार में अशांति पैदा करते हैं. टूटे बर्तन भी घर में नकारात्मकता लाते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप टूटे-फूटे बर्तनों को फेंक दें.
गंदे कपड़े
ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी स्वच्छता की ओर आकर्षित होती हैं और इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने कपड़े धोएं और उन्हें साफ रखें. साथ ही आपको अक्षय तृतीया के दिन घर और बर्तनों को साफ रखना चाहिए.
फटी चप्पल
मान्यता है कि फटे जूते-चप्पल घर में दरिद्रता लाते हैं. चूंकि मां लक्ष्मी आपके घर के मुख्य द्वार से घर में प्रवेश करती हैं, इसलिए जरूरी है कि आप फटी चप्पल या जूते को मुख्य द्वार से हटा दें. साथ ही कोशिश करें कि कोई भी जूता-चप्पल घर के अंदर या मुख्य द्वार से दूर ही रखें.
टूटी हुई झाड़ू
झाड़ू को लक्ष्मी की निशानी माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया पर घर में टूटी हुई झाड़ू कयामत ला सकती है. अक्षय तृतीया के दिन घर में टूटा हुआ झाडू हो तो घर की सुख-शांति का नाश होता है. इसलिए जरूरी है कि आप टूटी हुई झाड़ू को फेंक दें.